
Beatplasticpollution के थीम पर जिला स्तरीय विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन, समुदाय ने लिया पर्यावरण की सरंक्षण और संवर्धन की जिम्मेदारी। आमचो जंगल, आमचो अधिकार अभियान से जुड़े सदस्यों ने दिलाई पर्यावरण संरक्षण की शपथ
जगदलपुर :- ग्राम सभा कावापाल के सहयोग से आमचो जंगल, आमचो अधिकार अभियान के आयोजन में विश्व पर्यावरण दिवस बनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रत्येक ग्राम सभाओं को पर्यावरण और वन के सरंक्षण, संवर्धन और प्रबंधन के विचारधारा और इसके संबंध में जागरूकता लाना है। सबंधित कानूनों जैसे वन अधिकार कानून के तहत सामुदायिक अधिकार लेकर समुदाय को बेहतर प्रबंधन के बारे में सोच को स्थापित करना है। कार्यक्रम में उपस्थित वन अधिकार कानून के जानकर अनुभव शोरी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के उद्देश्य को लेकर सम्पूर्ण जानकारी दी गई, साथ ही भविष्य में संभावित खतरों के बारे में बताया। कैसे वन अधिकार कानून और PESA कानून से समुदाय को संवर्धन प्रबंधन का अधिकार मिला है और इसके लिए संभावित प्रक्रियाएं क्या हो सकती है। एंट्री संस्था के इंटर्न ऋतिक के द्वारा क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिग के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया कि कैसे मौसम बदलाव का असर कैसे मानव समाज के साथ साथ अन्य जीव जंतुओं पे पड़ रहा है और किस प्रकार भू भाग धीरे धीरे गर्म हो रहा है।
वही संतु मौर्य के द्वारा वन सरंक्षण कानून 1980 के संशोधन 2023, के बारे में बताया कि केंद्र द्वारा प्रस्तावित संशोधन का ड्राफ्ट समाज के सोच के विपरीत, वन अधिकार कानून के विपरीत है इसका विरोध जरूरी है। इसका संशोधन होने से सामुदायिक वन भूमि समुदाय के हाथो से निकल सकता है जिससे वन निवासरत ग्रामीणों को भविष्य के संकट का सामना करना पड़ सकता है।
धुरवा समाज के संभागीय अध्यक्ष पप्पू नाग ने बोला की धुरवा समुदाय प्रकृति और पर्यावरण से जुड़ी हुई है, आज भी समाज पानी की कसम खा कर विवाह संपन्न करता है।इसलिए वन और पर्यावरण की सुरक्षा और संवर्धन जरूरी है ताकि सांस्कृतिक विरासत को भी भविष्य के लिए सुरक्षित किया जा सके।
कार्यक्रम के मौके में सुबह गांव में साफ सफाई के साथ साथ बाजार में आए लोगो को प्लास्टिक के उपयोगिता में कमी और बाजार स्थल को साफ रखने के बारे में जागरूकता फैलाई गई।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए, वन विभाग आमचो गांव, आमचो अधिकार अभियान के समस्त सदस्य फुलसिंह,लक्ष्मीनाथ कष्यप, रूपचंदनाग, बनसिंह मौर्य, सोमारू बघेल, कमलेश कश्यप, सुखदेव नाग, सर्व आदिवासी समाज जिला बस्तर के सदस्य गंगा नाग, रामु कश्यप, लखेश्वर कश्यप, बसंत कश्यप,सुमित पोयम आदिवासी युवा छात्र संगठन से नम्रता नाग ग्राम सभा कावापाल से घेनू बघेल, मालती बघेल, चैतू बघेल, बलि नाग, महादेव, ग्राम सरपंच, झितरू नाग रैनी बघेल, और निकटवर्ती गांव तिरिया, टाईपदर, कालागुड़ा, गुमलवाडा, तोलावाड़ा, पुलचा, नागालसर इत्यादि गांव के ग्रामीण उपस्थित रहे।