
जिला अस्पताल में संचालित 108 एंबुलेंस मेंटेनेंस के अभाव में कबाड़ में तब्दील* *जय अम्बे प्राइवेट कंपनी द्वारा दर्जनों एंबुलेंस का मेंटेनेंस कराने में असफल*
*जिला अस्पताल में संचालित 108 एंबुलेंस मेंटेनेंस के अभाव में कबाड़ में तब्दील*
*जय अम्बे प्राइवेट कंपनी द्वारा दर्जनों एंबुलेंस का मेंटेनेंस कराने में असफल*
दन्तेवाड़ा ज़िला अस्पताल में जय अम्बे प्राइवेट कंपनी द्वारा संचालन करने वाली एम्बुलेंस 108 की स्थिति बहुत ही ख़राब है।एम्बुलेंस संचालन करने वाली जय अम्बे कम्पनी के एम्बुलेंस चालकों का कहना है कम्पनी एंबुलेंस की सर्विसिंग और मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं देती है एम्बुलेंस की खराबी के बारे में कम्पनी को शिकायत करने पर उल्टा जय अम्बे कम्पनी चालकों पर आरोप लगाती है और उसका भरपाई उल्टे एम्बुलेंस चालकों से वसूलती है।
वाहन की ख़राबी होने से उसकी मरम्मत भी सही तरीके से नहीं करवाती है और ना ही अच्छे तरीके से रख रखाव करती है। सभी वाहन लगभग डेढ़ लाख से दो लाख किलोमीटर चल चुकी है।
अभी हाल ही में 20 जनवरी को एक एम्बुलेंस मरीज लेकर ज़िला अस्पताल पहुँची थी तभी मरीज को उतारने के बाद चालक वाहन को मोड़ रहा था तभी वाहन की स्टेयरिंग फैल हो गई और वाहन सीधे हॉस्पिटल के सीढ़ी से टकराकर रुक गई। जिसे अभी तक नही हटाया गया है वीडियो में साफ़ पता चल रहा है गाड़ी के पास बच्चे खेलते नजऱ आ रहे है जिससे ओर भी दुर्घटना बढ़ने की संभावना है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इमरजेंसी में मरीज़ को अस्पताल लाते हुए एम्बुलेन्स कही भी कभी भी बड़े दुर्घटना की शिकार हो सकती है। और इसमें ईएमटी पायलट एवम मरीज की भी जान जा सकती है कंपनी के द्वारा नाही ईएमटी पायलट का कोई इंसुरेंस भी नही है