
बविप्रा अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने 85 बालिकाओं को निःशुल्क साइकिल वितरण किया
जगदलपुर :- बस्तर विधायक बविप्रा अध्यक्ष लखेश्वर बघेल द्वारा इरिकपाल, करितगाँव, तारापुर, के छात्राओं को सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल का वितरण किया गया।
सर्वप्रथम माँ सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना कर बच्चों के लिए सुख समृद्धि की कामना की ।बस्तर विधायक ने कहा की भूपेश बघेल की सरकार भी इस महत्वपूर्ण योजना को अनवरत चला रही है सभी बालिकाओं को नियमित रूप से समयानुसार विद्यालय आने और पढ़ाई कर अपने स्कूल और माता-पिता का नाम रोशन करने का संदेश दिया । बस्तर विधायक श्री बघेल ने कहा कि यहां की छात्राओं का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहता है सरस्वती साइकिल वितरण योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वपूर्ण योजना है पहले सिर्फ अनुसूचित जनजाति के बालिकाओं को ही साइकिल मिलती थी लेकिन जब से कांग्रेस की सरकार आई तबसे सभी वर्ग के बालिकाओं को साइकिल मिल रही है पहले पैदल दूर-दूर से बालिका शिक्षा लेने आती थी, उन बालिकाओं को आने-जाने में काफी परेशानी होती थी जिसे बालिकाओं की पढ़ाई में काफी दिकत आती थी इसलिए भूपेश बघेल की सरकार ने सरस्वती साइकिल योजना का शुरुआत की और साथ ही गणवेश भी नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है जिससे बालक और बालिकाओं को पढ़ाई में कोई बाधा नहीं होगी जिसके साथ ही विधायक श्री बघेल द्वारा सभी 9 वी की अध्ययनरत 85 छात्राओं को सायकल वितरण किया ।शा. उ. मा. वि. करितगाँव में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण योजना अंतर्गत दो सायकल स्टेण्ड का बस्तर विधायक श्री बघेल द्वारा लोकार्पण किया गया ।बस्तर विधायक श्री बघेल ने कहा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यह सुनिश्चित किया कि अंग्रेजी की पढ़ाई केवल रायपुर जैसे महानगर में न हो बल्कि ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में भी हो गांव का बच्चा क्यों अंग्रेजी शिक्षा से वंचित रहे, इसका दायरा गांव तक फैलाया जाए स्कूल में सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी की भी व्यवस्था की गई है यही नहीं, आत्मानंद स्कूल में सुंदर खेल परिसर भी है, आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रैक्टिकल लैब हैं मुख्यमंत्री ने स्कूलों को संसाधनों से समृद्ध किया है मुख्यमंत्री चाहते हैं कि हमारी पीढ़ी अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ हमारी संस्कृति से भी जुड़ी रहे इसलिए अंग्रेजी माध्यम के साथ-साथ हिंदी माध्यम के आत्मानंद स्कूल भी खोले जा रहे हैं साथ ही स्थानीय बोलियों को पाठ्यक्रम से जोड़ा गया है, इससे बच्चों को अपनी संस्कृति, परम्पराओं और स्थानीयता पर भी गर्व होगा । इस दौरान खीरमनी सेठिया,दिनेश यदु, हरीश पारख,आयतु राम, भॅवरलाल भारती, लैखन,रेवती पटेल,अंबाली,राजेश कुमार, अश्विन,भुवनेश्वर बघेल,ईश्वर पटेल, कुरसो राम, गंगा राम भारती, प्रभुचंद, मंगल राम,सुकलधर, एवं कर्मचारीगण मोजेश कृसटोपर,शुभाष पांडे, आचार्य, रितेश देवांगन, कैलाश धुर्वे, तोपन पानीग्राही, चमरा राम कश्यप,समस्त कार्यकर्त्तागण व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।